जयपुर शहर (Jaipur City) की मशहूर चीज़ों के बारे में बात करेंगे जो देखने में काफी ख़ूबसूरत है। वहां जाकर उन्हें अपनी आंखों से देखने का अनुभव कुछ ऐसा है कि शब्दों में ब्यान नहीं किया जा सकता है। आज हम जयपुर की तीन मशहूर चीज़ों के बारे में बात करेंगे। दिल थाम के बेतिए फिर करते हैं अपना सफर शुरू !
आमेर कीला | Amer Kila
आमिर के किले को आमेर दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत देश के राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले में स्थित है। यह जयपुर में अमर जगह की पहाड़ी पर स्थित है। विदेशी और स्वदेशी पर्यटक को लुभाने का एक आकर्षण केंद्र बन गया है।
आमिर किले का निर्माण मीना राजवंश के द्वारा कराया गया था यह पहले मीणा जनजाति के लोगों के द्वारा अधीन था, यह किला हिंदुत्व वापस वैशाली को दर्शाता है इसमें बनी हुई कलाकृतियां और गुफाओं का ऐसा जंजाल हे इसका पता अभी तक कोई पता नहीं लगा पाया।
आमेर कीला (Image credit Google) |
आमेर का किला विदेशी पर्यटकों को अपने और आकर्षित इसलिए करता है, कि इसकी बनावट ऐसी बनाई गई है; जिससे यह काफी लुभावना और आकर्षित दिखता है । साथ ही मे इसके चारो और पानी से गिरा हुआ है। इसके कारण इसकी खूबसूरती पर चार चांद लग जाते हैं। इसके कारण ही विदेशी पर्यटक काफी आकर्षित होते हैं।
आमेर का किला खुलने का समय
आमेर के कीला का खुलने का समय Morning 8: 00 AM से Evening 5:00 PM तक खुलता है। इसमें टिकट के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है। इसका टिकट प्राइस कुछ इस प्रकार है
- 25 per person for Indians
- 10 per person for Indian Students
- 550 per person for Foreign Tourists
- 100 per person for Foreign Students
- 200 per person for Light Show in English
- 100 per person for Light Show in English
- 1100 per couple for Elephant Ride
आमेर किले का मैप | Map of Amer Fort
आमिर किला देखने के लिए आपको जयपुर बड़ी चौपड़ में आना होगा, वहां से आप ऑटो करके आमिर किले के लिए रवाना हो सकते हैं। बड़ी चौपड़ से यह मंत्र 8 से 10 किलोमीटर की दूरी पर ही होगा
जंतर मंतर | Jantar Mantar
जंतर मंतर | Jantar Mantar (Image credit Google) |
जयपुर के जंतर मंतर में आपका स्वागत है जयपुर के जंतर मंतर एक देखने लायक कलाकृति और आधुनिक विज्ञान का एक अजूबा है पहले के जमाने के द्वारा बनाई गई है एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो आज के समय में भी पूर्ण रूप से कार्य रहता है । इसका निर्माण सवाई जयसिंग द्वितीय द्वारा सन 1734 में कराया गया था, यह एक समय और वेद्धशालाओं को दर्शाता है। इसकी सटीकता के कारण यह काफी प्रसिद्ध हुआ।
जंतर मंतर से समय कैसे पता चलता है?
जंतर मंतर से समय का पता इस प्रकार चलता है जब सूर्य की किरण जंतर मंतर पर पड़ती है। तो उसकी छांव से समय का अनुमान लगाया जाता है। उसे पर लिखी हुई(उबरी हुई) भारती कलम से समय और मिनट का अनुमान लगाते हैं।
हवा महल | Hawa Mahal
हवा महल | Hawa Mahal (Image credit Google) |
हवा महल जयपुर में बड़ी चौपड़ के पास स्थित है यह काफी लुभाने और आकर्षित दिखाई देता है इसमें बनी हुई छोटी-छोटी खिड़कियां और कलाकृतियों सभी का मन मोह लेते हैं इसकी गजब की डिजाइन को देखकर काफी लोग दंग रह जाते हैं इसका निर्माण लाल और गुलाबी बलवा पत्रों से कराया गया है। 1799 में राजस्थान जयपुर बड़ी चौपड़ पर मेट्रो स्टेशन के पास महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था
हवा महल क्यों प्रसिद्ध है?
गुलाबी और लाल बलुआ पत्थर से बना यह महल अपनी शानदार कलाकृति और इसकी 953 खिड़कियों पर बनी खूबसूरत झाली के लिए जाना जाता है।
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